Search This Blog

Sunday, 17 May 2015

SHAIRY NO 1

कश्तिया ना सही हौसले तो साथ है । कह दो नाखुदाओ से तुम कोई खुदा नही । मैं हँसते गाते कुछ मस्ती में चूर पहुंचूंगा, अपनी मंजिल पे एक दिन जरूर पहुंचूंगा

No comments:

Post a Comment