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Tuesday, 2 June 2015

ऑनलाइन ऎसे बनवाए पैन कार्ड

अगर आप पैन कार्ड बनवाने की सोच रहे हैं, लेकिन समय के आभाव के चलते आयकर विभाग नहीं जा पा रहे हैं तो अब आप यह काम ऑनलाइन भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको किसी एजेंट से भी मिलने की जरूरत नहीं है।
पर्मानेंट अकाउंट नंबर यानी कि पैन कार्ड भारत के तमाम इनकम टैक्स पेयर्स के लिए बेहद जरूरी दस्तावेज है। यह 10 कैरेक्टर्स का एल्फा न्यूमेरिक यूनीक नंबर होता है और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट इसे जारी करता है।

1. आयकर नियमों के मुताबिक पैन कार्ड बनवाने के लिए आपको फॉर्म नंबर 49ए भरना होता है। यह फॉर्म आपको ऑनलाइन मिल जाता है।
2. इसके लिए आप आयकर विभाग की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट इनकमटैक्सइंडिया डॉट जीओवी डॉट इन(www.incometaxindia.gov.in) पर लॉग ऑन करें और होम पेज पर ही फॉर्म्स वाले ऑपशन में एप्लाई फॉर पैन पर क्लिक करें।
3. इसके बाद फॉर्म 49ए पर क्लिक करें और इस फॉर्म को ध्यान से भरें। आप चाहें तो पैन कार्ड में किसी गलती तो भी ठीक कर सकते हैं। इसके लिए आपको चेंज यॉर पैन डेटा पर क्लिक करना होगा।
4. अगर आप नया पैन कार्ड बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं तो सारी जानकारी भरने के बाद फॉर्म को ऑनलाइन ही सब्मिट करना होगा। फॉर्म सब्मिट होने के बाद आपको पंद्रह अंकों वाला एक्नॉलेजमेंट नंबर दिखाई देगा। इस नंबर का प्रिंट ले लें और इसे संभालकर रखिए।
5. एक्नॉलेजमेंट फॉर्म को आयकर विभाग को भेजना होता है। इसके साथ आपको एड्रेस प्रूफ, पहचान पत्र आदि जमा करने होते हैं। फॉर्म पर पासपोर्ट साइज फोटो भी लगाकर भेजने होते हैं। यही फोटो आपके पैन कार्ड पर दर्शाई जाएगी।
6. अगर आप देश में ही रहते हैं तो पैन कार्ड की एप्लीकेशन के लिए फीस कुल 96 रूपए देनी होती है। वहीं अगर आप विदेश में रहते हैं तो आपको बतौर फीस 962 रूपए चुकाने होंगे। 


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A,B,C,D........Z(AMAZING HAND ART)

MATRIX MAGIC CODE

OPEN NOTEPAD AND PASTE THE CODE IN NOTEPAD

@echo off
title AHHHHHH
color 02
echo This Matrix Affect was created by Superman
echo This program will shut down your computer!
echo The Matrix Effect begins in
ping -n 2 127.0.0.1>nul
echo 5
ping -n 2 127.0.0.1>nul
echo 4
ping -n 2 127.0.0.1>nul
echo 3
ping -n 2 127.0.0.1>nul
echo 2
ping -n 2 127.0.0.1>nul
echo 1

:superman
echo %random%%random%%random%%random%%random%%random%%random%%random%
goto superman
###########################################
SAVE AS ANY NAME.BAT
 

ब्लॉक फेसबुक और दूसरी website को खोले

 आजकल ऑफिस और स्कूल, कॉलेज में ज्यादातर website ब्लॉक करदी जाती है। इससे आप उस वेबसाइट खोल नहीं पाते लेकिन में आज ऐसी ट्रिक लेकर आया हु की आप वेबसाइट को आसानी से खोल सकोगे।
और आप अपनी  कंपनी या स्कूल की नजर में  भी नहीं आयेगे।

आपको अपना ब्राउज़र ओपन करना है और उस website का मोबाइल वर्शन कनेक्ट करना है।   कंपनी या कॉलेज में अक्सर ब्लॉक कर दी जाने वाली लोकप्रिय website के मोबाइल वर्शन को आप आजमा सकते है.
 जैसे:www.facebook.com  ,www.m.facebook.com
                                                            www.youtube.com , www.m.youtube.com
 

बिना नाम का एक फ़ोल्डर बनाएँ

आप बिना नाम का एक फोल्डर बना सकते है  यह ट्रिक विंडोज के किसी भी ऑपरेटिंग सिस्म पर काम करती है|
इन चरणों का पालन करें -

>जहां आप न्यू फोल्डर बनाना चाहते है वहां राइट क्लिक करें और - New- Folder सिलेक्ट करे अब आप एक फोल्डर बना हुआ देखेंगे जिसका नांम New Folder होगा| इस पर राइट क्लिक करें - Rename का विकल्प सिलेक्ट करें और मौजूदा नाम डिलीट करें >अब Alt की प्रेस करके 0160 या 255 नंबर सिर्फ Numpad से ही टाईप करें >इसके बाद Alt की छोड दें और Enter की प्रेस करे|  >आप देखेंगे की एक फोल्डर बन गया है, लेकिन इसका कोई नाम नही है
निर्देश - आप जब इस नंबर को टाइप कर रहे होंगे, तब आपको दिखाई नही देंगे और ध्यान रखीयें की Alt की को प्रेस किया है| लैपटॉप उपयोगकर्ता Alt + Fun+ 0160 टाईप करें 
 

बड़े काम की हैं ये 12 फंक्शन कीज़

बड़े काम की हैं ये 12 फंक्शन कीज़

क्या आपने कभी अपने कंप्यूटर की-बोर्ड की सबसे ऊपरी लाइन गौर से देखी है? ऐसा नहीं लगता, जैसे सीधी-सी 12 खंभा रोड हो, F1 से लेकर F12 तक 12 पड़ाव वाली एक सीधी-सी रोड। ये 12 कुंजियां बड़े काम की हैं। इनकी मदद से कैसे आप कंप्यूटर पर तेजी से काम कर सकते हैं आज में आपको
बतावुँगा function key के बारे में। 
कंप्यूटर की-बोर्ड पर सबसे ऊपर मौजूद F1 से लेकर F12 कुंजियों को 'फंक्शन की' कहते हैं। ये ऐसी कुंजियां हैं जिनसे कोई अक्षर टाइप नहीं होता। असल में इन्हें की-बोर्ड के जरिए कंप्यूटर या उसके ऑपरेटिंग सिस्टम को खास तरह के निर्देश देने के लिए बनाया गया है। आइए, देखते हैं कि आप इनका इस्तेमाल करके कैसे अपने कामकाज को ज्यादा तेज और स्मार्ट बना सकते हैं।



F1
- अगर कंप्यूटर को स्विच ऑन करते ही यह कुंजी दबा देंगे तो कंप्यूटर का सेटअप (CMOS) खुल जाएगा, जिसमें सेन्सिटिव कंप्यूटर सेटिंग्स को देखा या बदला जा सकता है।
- अगर आपने विंडोज़ खोल लिया है, तो इस कुंजी को दबाने पर विंडोज हेल्प एंड सपोर्ट डायलॉग खुलेगा, जिसमें सामान्य समस्याओं के समाधान दिखाए गए हैं।
- अगर आप इंटरनेट एक्सप्लोरर ब्राउजर में काम कर रहे हैं, तो यह कुंजी दबाने पर इस ब्राउजर का हेल्प पेज खुलेगा।
- क्रोम ब्राउजर में यही कुंजी दबाने पर गूगल क्रोम का हेल्प सेंटर खुल जाएगा।
- माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में कंट्रोल+F1 दबाने पर सॉफ्टवेयर फुल स्क्रीन मोड में चला जाएगा। फिर से दबाने पर दोबारा सामान्य हो जाएगा।


F2
- विंडोज में किसी फाइल, आइकन या फोल्डर पर क्लिक करने के बाद F2 दबाने पर उसे फौरन रीनेम किया जा सकता है।
- माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में कंट्रोल+F2 दबाने से प्रिंट प्रिव्यू पेज खुलेगा, जो दिखाता है कि आपका डॉक्युमेंट प्रिंट होने पर कैसा दिखेगा।
- माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में Alt+Control+F2 को दबाने पर फाइल ओपन डायलॉग बॉक्स खुल जाता है।
 

F3
- विंडोज में F3 दबाने से सर्च बॉक्स खुल जाता है, जिसका इस्तेमाल फाइलों या फोल्डरों को खोजने के लिए कर सकते हैं।
- माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में Shift+F3 दबाने पर अंग्रेजी का सलेक्ट किया हुआ मैटर अपर केस या लोअर केस में बदला जा सकता है।
- माइक्रोसॉफ्ट डॉस या कमांड प्रॉम्प्ट विंडो में F3 दबाने पर पहले टाइप की गई कमांड दोबारा टाइप हो जाती है।


F4
- विंडोज एक्सप्लोरर (कंप्यूटर, माइ कंप्यूटर वगैरह) में इसे दबाने पर अड्रेस बार खुल जाती है। इंटरनेट एक्सप्लोरर में भी वेबसाइट का पता डालने के लिए अड्रेस बार खुलती है।
- माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में यह कुंजी दबाने पर वही काम रिपीट हो जाएगा, जो आपने अभी-अभी किया था। अगर आपने कोई शब्द टाइप किया है, तो वह दोबारा टाइप हो जाएगा। टेबल बनाई है, तो एक और टेबल बन जाएगी। अगर कोई टेक्स्ट बोल्ड किया है तो वह फिर से सामान्य और फिर से बोल्ड हो जाएगा।
- Alt+F4 को दबाने पर वह सॉफ्टवेयर बंद हो जाएगा जो अभी खुला हुआ है।
- Control+F4 दबाने पर किसी सॉफ्टवेयर के भीतर खुली कई विंडोज में से मौजूदा विंडो बंद हो जाएगी। जैसे इंटरनेट एक्सप्लोरर में खुले कई टैब में से एक टैब बंद हो जाएगा या फिर वर्ड में खुले कई दस्तावेजों में से एक बंद हो जाएगा।
 

F5
- यह रिफ्रेश की के तौर पर काम करता है। विंडोज में कोई फोल्डर कॉपी होने के बाद दिखाई नहीं दे रहा, तो इसे दबाइए, दिखने लगेगा। इंटरनेट ब्राउजरों में दिख रहे वेब पेजों को रिफ्रेश या रिलोड करने के लिए यह बहुत इस्तेमाल होता है।
- माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में इसे दबाने पर Find and replace डायलॉग खुल जाता है।
- पावरपॉइंट में F5 दबाने पर स्लाइड शो चालू हो जाता है।
- माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल में Shift+F5 दबाने पर Find and Replace सुविधा खुलती है।
- फोटोशॉप में इसे दबाने पर कई तरह के ब्रश सामने आ जाते हैं, जिनमें से अपनी पसंद का ब्रश चुना जा सकता है।


F6
- इसे दबाने पर विंडोज टास्कबार में खुले फोल्डरों की सामग्री दिखने लगती है।
- इंटरनेट ब्राउजर में इसे दबाने पर करसर अड्रेस बार में चला जाता है और आप फौरन वेब अड्रेस टाइप कर सकते हैं।
- अगर माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में कई डॉक्युमेंट खुले हैं, तो उन्हें एक-एक कर देखने के लिए Control+Shift+F6 का प्रयोग कर सकते हैं।
 

 F7
- माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में कोई दस्तावेज टाइप करने के बाद अगर F7 दबाएंगे, तो उसकी स्पेलिंग चेक होनी शुरू हो जाएगी।
- इंटरनेट एक्सप्लोरर में इसे दबाने पर कैरट ब्राउजिंग सुविधा शुरू हो जाती है, जिसका इस्तेमाल कीबोर्ड के जरिए वेब पेजों पर टेक्स्ट सलेक्ट करने, आगे-पीछे जाने आदि के लिए किया जा सकता है।
 

F8
- अगर कंप्यूटर को स्टार्ट करते समय इसे दबा देंगे, तो ऑपरेटिंग सिस्टम को खोलने के लिए उपलब्ध कई मोड दिखाई देंगे, जिनमें सेफ मोड और कमांड प्रॉम्प्ट भी शामिल हैं।
- माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में Alt+F8 दबाने पर मैक्रो तैयार करने की सुविधा शुरू हो जाती है, जिसके जरिए बार-बार किए जाने वाले कामों को करने के लिए छोटे-छोटे स्थायी निर्देश रेकॉर्ड किए जा सकते हैं।
- माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में टेक्स्ट को सिलेक्ट करने के लिए F8 का इस्तेमाल किया जा सकता है।
 

F9
- माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक में ईमेल पाने-भेजने (सेंड-रिसीव) के लिए इसका इस्तेमाल करें।
- क्वार्क एक्सप्रेस में इसे दबाने पर मेजरमेंट टूलबार खुल जाता है।
- कुछ लैपटॉप में इसे दबाकर स्क्रीन की चमक (ब्राइटनेस) को कंट्रोल किया जा सकता है।
 

F10
- किसी सॉफ्टवेयर में काम करते हुए इस कुंजी को दबाने पर मेन्यू बार सक्रिय हो जाता है, जैसे आपने वहां क्लिक किया हो।
- Shift+F10 को एक साथ दबाने का ठीक वैसा असर होता है, जैसा माउस के राइट क्लिक का। किसी आइकन, फाइल या इंटरनेट एक्स्प्लोरर में किसी लिंक पर इन कुंजियों को दबाकर देखिए, कॉन्टेक्स्ट मेनू खुल जाएगा।
- Control+F10 का इस्तेमाल माइक्रोसॉफ्ट वर्ड की विंडो का आकार घटाने-बढ़ाने (मिनिमाइज- मैक्सिमाइज) करने के लिए किया जा सकता है।
 

F11
- इंटरनेट एक्सप्लोरर, क्रोम आदि ब्राउजरों में फुल स्क्रीन को सक्रिय-निष्क्रिय करने के लिए इसे आजमाएं।
- Alt+F11 को दबाने पर माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के सॉफ्टवेयरों में विजुअल बेसिक कोड विंडो खुल जाती है, जिसका इस्तेमाल एक्सपर्ट यूजर करते हैं।
 

F12
- माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में इसे दबाने पर Save As.. डायलॉग बॉक्स खुलता है।
- Shift+F12 से माइक्रोसॉफ्ट वर्ड का डॉक्युमेंट सेव हो जाता है।
- Control+Shift+F12 से माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में खुला डॉक्युमेंट प्रिंट हो जाता है।
 
 
 
 
 


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FULL COMPUTER INFORMATION

कम्प्यूटर की सारी जानकारी प्राप्त करे सिंपल कोड के द्वारा
1 ट्रिक ----- ओपेन रन बॉक्स और टाइप करे MSINFO32 फिर ओके प्रेस  करे
2 ट्रिक -----ओपेन रन बॉक्स और टाइप करे DXDIAG फिर ओके प्रेस करे

जो भी कम्प्यूटर हो उसकी सारी जानकारी आप को मिल जाएगी

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घर बैठे करें डाउनलोड PF की पासबुक 5 मिनट में जान सकते हैं पूरा बैलेंस

भविष्य निधि संगठन ने अपने अंशधारकों के लिए ऑनलाइन ई-पासबुक की सुविधा शुरू की है। अब कर्मचारी इसके जरिए अपने पीएफ खाते की डिटेल जान सकते हैं। नौकरी की शुरुआत से लेकर कब कितनी कटौती हुई और खाते में अभी तक कितनी राशि हुई, वे स्वयं देख सकते हैं। सुविधा के लिए इसका प्रिंट आउट भी ले सकते हैं। अब तक पीएफ जानने के लिए खाते की जानकारी मोबाइल पर चेक कर पाते थे। अब ई-पासबुक के जरिए पीएफ कटौती के पहले दिन से लेकर वर्तमान तक की सारी डिटेल देख सकते हैं।
कैसे करें ई-पासबुक डाउनलोड


> पीएफ अंशधारक सबसे पहले ईपीएफओ की वेबसाइट http://members.epfoservices.in/ खोलें।

> ई-पासबुक डाउनलोड पोर्टल खुलने के बाद इसमें नीचे दिए गए रजिस्टर वाले ऑप्शन पर क्लिक करें।

> इसमें आपसे कुछ जानकारी मांगी जाएंगी। मोबाइल नंबर, डॉक्युमेंट्स, डेट ऑफ बर्थ, ई-मेल आईडी। इन सबको भरने के बाद बॉक्स में दिए गए लेटर को खाली बॉक्स में भरना होगा। फिर गेट पिन के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।

> इसके कुछ देर बाद जो मोबाइल नंबर आपने रजिस्टर किया है, उस पर एक पिन नंबर आएगा, उसे दिए गए खाली स्थान पर भरकर आई एग्री वाले बॉक्स पर क्लिक करें।

> बस आपका ई-पासबुक का रजिस्ट्रेशन हो गया, जब आपके पास मोबाइल पर रजिस्ट्रेशन कन्फर्म का मैसेज आ जाए, तब आप कभी भी पोर्टल पर लॉगिंग कर अपनी ई-पासबुक डाउनलोड कर सकते हैं।

> जब भी आप लॉगिंग करेंगे, हर बार आपको एक नया पिन नंबर मोबाइल पर आएगा, उसे डालने के बाद ही आप ई पास बुक डाउनलोड कर पाएंगे।

पीएफ अकाउंट का बैलेंस जानने के लिए आपको 3 जानकारियों की जरूरत होती है।

1- कंपनी का इस्टेबलिशमेंट कोड।
2- आपका पीएफ अकाउंट नंबर।
3- जहां आपका अकाउंट मेंटेन किया जा रहा है उसका नाम।

आइए जानते हैं कैसे जानें अपना पीएफ अकाउंट बैलेंस-

1- ईपीएफइंडिया की वेबसाइट पर जाएं

पीएफ बैलेंस जानने के लिए सबसे पहले आप अपनी सैलरी स्लिप से अपना ईपीफओ नंबर निकाल लीजिए और इस वेबसाइट पर क्लिक कीजिए- http://www.epfindia.gov.in

2- बैलेंस की जानकारी वाले लिंक पर क्लिक करें

वेबसाइट पर जाकर अपने पीएफ की स्थिति जांचने के लिए नो योर बैलेंस वाले लिंक पर क्लिक करें।

3- पीएफ को लेकर कुछ जानकारियां

पेज पर कर्मचारी भविष्य निधि शेष को लेकर कुछ जानकारियां दी गई होती हैं। इन जानकारियों के अंत में नीचे की तरफ एक लिंक दिया होता है CLICK HERE TO KNOW BALANCE पर क्लिक करें।

4- अपना पीएफ ऑफिस स्टेट सिलेक्ट करें

अगली विंडो में आपको अपना पीएफ ऑफिस स्टेट सिलेक्ट करना होगा, जहां पर आपका पीएफ अकाउंट खुला है। यदि आपको नहीं पता है कि आपका पीएफ अकाउंट कहां खुला है, तो इसके बारे में अपनी कंपनी के एचआर से इस बारे में बात कर सकते हैं।

5- अपनी सिटी सिलेक्ट करें

पीएफ ऑफिस स्टेट की जिस सिटी में है, उसे सिलेक्ट करें।

6- ऑनलाइन फॉर्म भरें
अब आपको एक ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा, जिसमें आपको अपना नाम, मोबाइल नंबर और पीएफ नंबर डालना होता है। पीएफ नंबर के कॉलम में इस्टेबलिशमेंट कोड, एक्सटेंशन और अकाउंट नंबर डालना होता है। यदि आपको एक्सटेंशन नंबर न पता हो, तो इसे खाली भी छोड़ा जा सकता है।

7- मैसेज से मिल जाएगी बैलेंस की जनकारी

सब्मिट बटन पर क्लिक करने के तुरंत बाद आपके पास एसएमएस आ जाएगा। इसमें आपके पीएफ बैलेंस की जानकारी होगी।

8- जानें पीएफ कोड में किसका क्या है मतलब

यदि आपका पीएफ कोड UP/12345/123 है, तो इसमें UP से मतलब है कि आपका अकाउंट उत्तर प्रदेश (UP) में मेंटेन किया जाता है। इसके बाद का नंबर (12345) इस्टेब्लिशमेंट कोड कहा जाता है, जो अधिकतर 7 अंकों का हो सकता है। अंत का कोड (123) अकाउंट नंबर होता है।

इस्टेब्लिशमेंट कोड
> अगर कंपनी द्वारा इस्टेब्लिशमेंट कोड नहीं मिला है, तो आप ईपीएफओ की वेबसाइट से भी कंपनी का इस्टेब्लिशमेंट कोड जान सकते हैं।
> यदि आपको कंपनी का इस्टेब्लिशमेंट कोड न पता हो तो इसके लिए वेबसाइट पर Establishment search लिंक पर क्लिक करें।
> अपने ऑफिस एरिया का पिनकोड डालें, जहां आपका पीएफ अकाउंट मेंटेन किया जा रहा है। इसके बाद सर्च पर क्लिक करें।
> क्लिक करने के बाद कंपनियों की एक लिस्ट खुल जाएगी। इस लिस्ट में अपनी कंपनी का नाम खोजें और उसका इस्टेब्लिशमेंट कोड देख लें।

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गूगल की जगह अपना नाम

सर्च इंजन गुगल के पेज पर जो गुगल नाम लिखा हुआ है उसकी जगह हम अपना या फिर कोई भी नाम लिख स​कते है और वो भी बहुत आसानी से तो चलो लिखतें है......
1. सबसे पहले गुगल के सर्च बॉक्स में Googlemyway टाइप करके सर्च करें और पहले लिंक को ओपन करें।
2. दिखाए गए चित्रानुसार एक पेज खुलेगा जिसमें your name की जगह पर अपना कोई भी नाम लिखकर Creat पर क्लिक कर दें। बस आपका पेज बन जाएगा।
जैसे​ कि मैंने लिखा तो ये पेज बना।
  चेन्ज लॉगो पर क्लिक करके आप इस नाम की स्टाइल भी चेंज कर सकते हो और इसे अपना होम पेज     
  बना लें ताकि जैसे ही नेट शुरू करोगे तो ये पेज ही खुले। जैसा क्यों है ना गजब.....लाइक या करें  .

  1. ajayyadavgk.blogspot.in  
  2. gajabgyan.blogspot.com 
  3.  

पेन ड्राइव को बानयें रैम

आज मैं आपके लिए एक ऐसी जानकारी लेकर आया हूं जिसको जानकर आपकी खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा। ये एक ऐसी जानकारी है जिसका नॉलेज बहुत ही कम लोगों को होता है। क्या आपको पता है कि जनरल उपयोग में आने वाले Pendrive को कम्प्यूटर में RAM की तरह उपयोग में लिया जा सकता है। ये तो आपको पता ही होगा कि कम्प्यूटर की स्पीड सबसे ज्यादा उसमें लगाई जाने वाली RAM की क्षमता पर निर्भर करती है यदि हमारे कम्प्यूटर में RAM की साइज बहुत ही कम है तो हमारा कम्प्यूटर धीरे चलेगा। ऐसी स्थिति में यदि हम एक्स्ट्रा RAM खरीदेंगे तो कम से कम 1000 से 1500 रूपये तक खर्च हो जाएंगे लकिन अगर आप अपने Pendrive को RAM बनाना जानते हो तो आपका ये काम बहुत आसान हो जाएगा।
आओ जानें इसके फायदे
1. कम्प्यूटर की स्पीड काफी हद तक बढ़ जाती है।
2. रेम की क्षमता बढ़ाने के लिए अलग से खर्चा नहीं करना पड़ता।
3. अगर पेनड्राइव की क्षमता ज्यादा है तो उसे साधारण उपयोग तथा रेम दोनों के लिए प्रयोग ले सकते हैं।
आओ जानते है कि कैसे बनाया जाता है पेनड्राइव को रेम
1. सबसे पहले अपने Computer के USB पोर्ट में अपनी pen drive लगाइये !   (पेनड्राइव कम से कम 2 जीबी का हो तो अच्छा रहेगा)
2. अब My Computer के आइकन पर जाकर Right click कीजिये। और Properties विकल्प पर क्लिक कीजिये।
  3. एक विण्डो ओपन होगी इसमें Advanced System Settings पर क्लिक करें। (यदि आप विण्डोज xp यूज करते हैं तो Advanced tab पर क्लिक करना होगा)
4. अब Advance Tab पर क्लिक कर Settings बटन पर क्लिक कीजिये।

5. Performance Option विण्डो खुलेगी जिसमें Advanced tab पर क्लिक कीजिये। और Virtual memory के अन्दर दिये गए Change बटन पर क्लिक कीजिये।
6. तब एक विण्डो खुलेगी जिसमें Automatically manage paging file size for all drives पर टिक (चैकमार्क) अगर लग रहा हो तो इसे हटा दीजिये। अब अपनी pendrive को दी गयी लिस्ट में से सलैक्ट कीजिये। (जैसे कि मैंने अपनी पैनड्राइव को चुना है) अब custom size पर क्लिक कीजिये और वैल्यू दीजिए जो कि आपकी pendrive के खाली स्पेस के अनुसार दे सकते हो। अब सैट बटन पर क्लिक करके ओके बटन ​पर क्लिक करें। (जैसा कि चित्र में दिखाया गया है।)
7. आपको एक मैसेज प्राप्त​ होगा जिसमें ओके पर क्लिक करें।

8. अब एक मैसेज और प्रस्तुत होगा जिसमें Restart Now बटन पर क्लिक करें।
अब आपका कम्प्यूटर जब पुन: चालू होगा तो आपका पेनड्राइव रेम की तरह काम करेगा और सिस्टम की स्पीड में बहुत ज्यादा फर्क देखने को मिलेगा।
Note - ध्यान रहे कम्प्यूटर जब रिस्टार्ट हो रहा हो तो पेनड्राइव कम्प्यूटर में लगा हुआ होना जरूरी है।